शताब्दी को मिलेगा नया रेक गतिमान से होगी समय की बचत

भोपाल     नई दिल्ली से हबीबगंज के बीच चल रही शताब्दी एक्सप्रेस को गतिमान से बदलने की तैयारी कर ली गई है।  भोपाल होकर इंदौर-वाराणसी के बीच तेजस जैसी कई ज्योतिर्लिंग स्पेशल को महाशिवरात्रि से चलाए जाने की घोषणा भी होने जा रही है। यह दोनों घोषणाएं 1 फरवरी को आने वाले रेल बजट में होने की संभावना है।


 एक अप्रैल से घोषणाओं पर क्रियान्वयन कर दिया जाएगा। शताब्दी का रैक पुराना है, इसमें कभी एसी खराब तो कभी कूलिंग नहीं मिलने जैसी तमाम कई शिकायतें आए दिन यात्री करते रहे है इस तरह की शिकायतों को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने तय किया है कि शताब्दी के रैक को गतिमान से बदल  दिया जाए तो
समय की भी बचत होगी


गतिमान की अधिकतम औसत रफ्तार 140 किमी/घंटा है। जबकि शताब्दी की औसत रफ्तार 120 किमी प्रति घंटे तक रहती है। गतिमान दिल्ली से लेकर हबीबगंज तक का सफर पूरा करने में लगभग 7.15 घंटे का समय लेगी। जबकि शताब्दी में अभी 8 घंटे का समय लग जाता है।


7.15 घंटे में पहुंचेगी हबीबगंज


गतिमान दिल्ली से लेकर हबीबगंज तक का सफर पूरा करने में लगभग 7.15 घंटे का समय लगेगा।   अभी शताब्दी   में 8 घंटे का समय लग जाता है। इससे करीब 45 मिनट बचेंगे।


 गतिमान एक्सप्रेस हजरत निजामुद्दीन से झांसी तक चलती है। 
इसलिए गतिमान को आसानी से हबीबगंज तक लाया जा सकता है। इतना ही नहीं ट्रेन के किराए में भी कोई अंतर नहीं आएगा और शताब्दी के यात्रियों को कोई समस्या भी नहीं होगी।


अभी गतिमान हजरत निजामुद्दीन से सुबह 8.10 बजे चलती है


गतिमान हजरत निजामुद्दीन से सुबह 8.10 बजे चलती है और दोपहर 12.45 बजे झांसी पहुंचती है। वहीं, झांसी से गतिमान दोपहर में 3.05 बजे चलकर शाम 7.30 बजे हजरत निजामुद्दीन पहुंचती है। इस तरह करीब साढ़े चार घंटे में अपना सफर पूरा करती है। झांसी में इसका रैक सवा दो घंटे तक खड़ा रहता है। इस समय का उपयोग शताब्दी में बदल कर इसको चलाकर किया जा सकेगा। वहीं, शताब्दी एक्सप्रेस अभी नई दिल्ली से सुबह 6 बजे चलकर दोपहर में 2.25 बजे हबीबगंज पहुंचती है। हबीबगंज से शताब्दी एक्सप्रेस दोपहर में 3.00 बजे चलकर रात 11.30 बजे दिल्ली पहुंचती है।